अमेरिकेतील अनुभव, आठवणी, कलाकुसर, छंद, गप्पागोष्टी यांचा संगम म्हणजेच स्मृति.....
Sunday, March 29, 2009
बहार...
बहारों मेरा जीवन भी सवाँरो
कोई आए कहीसे युँ पुकारो
तुम्हीसे दिलने सिखा है तडपना
तुम्ही को दोष दुँगी ए नजारों
रचाओ कोई कजरा लाओ गजरा
लचकती डालीयों तुम फूल वारो
लगाओ मेरे इन हाथोमें मेहेंदी
सजाओ माँग मेरी या सिधारों
मेरा जीवन भी सवाँरो, बहारों......
गीतकार - कैफी आझमी, संगीतकार - खय्याम
1 comment:
Anonymous
said...
अच्छी ब्लॉग हे / Hindi and मराठी मे टाइपिंग कर ने केलिए आप कौनसी टाइपिंग टूल यूज़ करते हे...?
रीसेंट्ली मैने यूज़र फ्रेंड्ली इंडियन लणगौगे टाइपिंग टूल केलिए सर्च कर रहा ता तो मूज़े मिला.. " क्विलपॅड ". आप भी ' क्विलपॅड ' www.quillpad.in यूज़ करते हे क्या...?
1 comment:
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